सुमित! मुझे तुम्हारे खींचे हुए इस फोटोग्राफ को देखकर अपने दोस्त कवि शहंशाह आलम की पंक्तियां याद आ रही है- जब तक एक भी कुम्हार है इस पूरी धरती पर और मिट्टी आकार ले रही है समझो कि मंगलकामनाएं की जा रही हैं।
मेरी शुभकामनाएं लो...एक दिन तुम बहुत बड़े फोटोग्राफर बनोगे (उम्र से नहीं, अपने काम से)
▬● सुमित , चित्र यूनीक है....... बस चमक कम करने पर ध्यान देना चाहिए था ताकि घडों पर पड़ रही रौशनी के रिफ्लेक्शन को कम किया जा सकता और उन पर की डिजाईन की लाईन्ज़ क्लियर हो पातीं.......
वाउउउउउउउउउउउउउ, यही शब्द आज निकला अपकी ये नयी पोस्ट देख कर। बेहतरीन काम। अब आप पूरी तरह से कैमरा उठा ही लो।
ReplyDeletethank you sir
ReplyDeleteमिट्टी की मीठी छाया
ReplyDeleteधूप सत्य है सुमित
कथन समझें अमिट
जीवन के सफ़र और भावनाओं का एक अनुपम भारतीय दृष्टिकोण ।
ReplyDeleteA unique perspective coming from the Bhartiya space, landscape and tradition - Simply magical.. awesome perspective in all your creations !
The putting together of the images with the philosophical Hindi songs is what I found so unique... keep going you are doing great :)
सुमित!
ReplyDeleteमुझे तुम्हारे खींचे हुए इस फोटोग्राफ को देखकर अपने दोस्त कवि शहंशाह आलम की पंक्तियां याद आ रही है-
जब तक एक भी कुम्हार है
इस पूरी धरती पर
और मिट्टी आकार ले रही है
समझो कि मंगलकामनाएं की जा रही हैं।
मेरी शुभकामनाएं लो...एक दिन तुम बहुत बड़े फोटोग्राफर बनोगे (उम्र से नहीं, अपने काम से)
thank you very much Dev sir, sucheta ji and avinash ji
ReplyDeleteAwesome photography Sumeet. I am glad to learn that you are so talented. Keep it up. Be sure to send me updates when you post new photos on this blog.
ReplyDeletelove,
Shuchi (bhabhi)
bahut khoobsoorat...
ReplyDeleteYe kavya hai ya kuch chamatkar jo meri aankhon ne padha,
ise kumhar ki chal ne nahi aapke camrre ne hai gadha.
sadhuvaad
जोरदार यार सुमित
ReplyDeleteIf I had not visited ur blog then I would have really missed these spectacular snaps! Phenomenal work!!!!! Simply awesome! Keep it up! :-)
ReplyDelete-Divya Gairola
रंग-पर्व होली आपको सपरिवार शुभ हो ....
ReplyDeleteबहुत सुंदर... होली की शुभकामनायें .....हैप्पी होली
ReplyDeletekam shabdo me badi baat.
ReplyDeletebhavuk..God bless uuuuuuuuuuuuuuuuu
ReplyDelete▬● सुमित , चित्र यूनीक है.......
ReplyDeleteबस चमक कम करने पर ध्यान देना चाहिए था ताकि घडों पर पड़ रही रौशनी के रिफ्लेक्शन को कम किया जा सकता और उन पर की डिजाईन की लाईन्ज़ क्लियर हो पातीं.......
(मेरी लेखनी, मेरे विचार..)
(अनुवादक पन्ना)
समय मिले तो मेरे ब्लॉग तक का फेरा भी लगा आना दोस्त...
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